Monday, 22 March 2021

संकेत

धनवान से रोटी बचा सके ना देश को कैसे बचाओगे

ग़ुलाम थे पहले अंग्रेजो के फिर इनके हो जाओगे


सिर्फ़ किसान का आंदोलन ये कहकर भूल करो ना

भाई इतने क्यूं बेशर्म हो गए जीते जी तो मरो ना

तुम्हारी शाबाशी से सारा देश बेच दिया मोदी ने

और समाज में ज़हर फैलाया इस मीडिया गोदी ने

आज ना आए आंदोलन में फिर कब तुम आओगे

धनवान से रोटी बचा सके ना देश को कैसे बचाओगे

ग़ुलाम थे पहले अंग्रेजो के फिर इनके हो जाओगे


तुम कहां से लाकर खाओगे जब रोटी गई तिज़ोरी में

भूख से तड़पोगे उस दिन जब कुछ ना रहा कटोरी में

मेहनत का भाव मिलेगा सस्ता महंगा होगा खाना

फिर रोओगे पछताओगे  हाथ ना कुछ भी आना

आज खड़े ना हुए अगर पूरी ज़िंदगी उठ ना पाओगे

धनवान से रोटी बचा सके ना देश को कैसे बचाओगे

ग़ुलाम थे पहले अंग्रेजो के फिर इनके हो जाओगे


राजगुरु, सुखदेव, भगतसिंह के सपने सारे टूटेंगे

पूरे देश को मिलकर ये दो पूंजीपति ही लूटेंगे

सुंदरपुरीया पागल कहता इतिहास ज़रा तुम पढ़लो

रोजी रोटी की खातिर आज ज़रा तुम लड़लो

फिर अपने अपने बच्चों से तुम कैसे आंख मिलाओगे

धनवान से रोटी बचा सके ना देश को कैसे बचाओगे

ग़ुलाम थे पहले अंग्रेजो के फिर इनके हो जाओगे

 ✍️पागल सुंदरपुरीया


ਫੁੱਫੜ

ਭੂਆ ਤੈਨੂੰ ਵਿਆਈ, ਤੇ ਤਾਹੀਂ ਤੂੰ ਬਣਿਆ ਫੁੱਫੜ, ਬਾਪੂ ਬੇਬੇ ਦੱਸਿਆ, ਪਿੱਛੋ ਤਾਹੀਂ ਭੂਆ,ਫੁੱਫੜ, ਬਲੀ ਚੜੇ ਅਸੀਂ ਕੁੱਕੜ, ਤੂੰ ਫੁੱਫੜ ਦਾ ਫੁੱਫੜ.. ਗੱਲ ਕੱਟ ਜਾਵੇਂ ਮੇਰਾ...