Friday 8 May 2020

पागल शायर की शायरी

                          (1)
तकलीफें ना आती जिन्दगी में तो फाईटर कैसे बनता,
तुम ना जाती गर छोड़कर "सुंदरपुरीया" राईटर कैसे बनता। 
                         (2)
शरारत तो आंखों से हुई थी "पागल
सजा मासूम दिल को मिल रही है ।

                          (3)
बहुत कहा था उनसे हमसे दूर रहा करो..
पागल" मुस्कुराना भूल जाता तुम्हे देखकर ।


                          (4)
पागल" गज़ब का किरदार है  तेरा.....
निकला जिस गली से जलने की बू आ गई।


                            (5)
नजदीकियां दिल से होती है "पागल"
साथ बैठने से दोस्त नहीं बना करते।


✍️पागल

5 मई को पुलिस के संबंध में

कल सुबह से पता चलेगा कि कौन किसके साथ है? इसे तीन हिस्सों में बांट कर देखूंगा.. राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक..: इसके अलावा कूटनीतिक... मैं सभी ...