Wednesday 5 May 2021

आखिर कोरोना महामारी को लेकर हम इतने लापरवाह क्यों?

कोरोना महामारी की दूसरी लहर जब से हमारे देश में आयी है तब से इसने अपना भयानक रूप धारण कर रखा है, क्यूंकि हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया और सावधानियां बरतनी ही छोड़ दी थी जिसकी वजह से चारों तरफ लोग इसकी चपेट में आ गए, और आ भी रहें हैं। आक्सीजन व दवाइयों की भारी कमी के चलते अपने  अपनो के हाथों में तड़प कर मर रहे है , शमशानों में जलती चिताएं बहुत कुछ बयां कर रही है। जिनके अपने परिवार को छोड़कर जा रहें हैं उनका दर्द महसूस करते हुए भी मेरी कलम से लिखा नहीं जा रहा, देश में जो महामारी के कारण हो रहा है  हमने इसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी, लेकिन इसका जिम्मेदार कौन? यह सवाल आते ही हम सारी जिम्मेदारी सरकार के ऊपर डाल देते हैं, ठीक बात है सरकार हमने इसलिए ही चुनी है कि वो हमें अच्छी सुविधाएं दे, यह बात भी सच है कि सरकार हमें लावारिस छोड़कर पांच राज्यों चुनावों व्यस्त रही और उन पांच राज्यों में भी अब हालात पहले के मुकाबले खतरनाक हो गए हैं , इसलिए पहली लापरवाही सरकार की है। लेकिन एक बात याद करो पहली लहर आने के बाद से सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञ, सरकार हमें यह कहकर चताती रही है कि सतर्क रहो, आपकी सावधानी ही आपका कोरोना से बचाव करेगी, बेवजह घरों से ना निकलें, लेकिन हमने शुरू में तो सरकार के नियमो का पालन किया और जैसे ही सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर झूठे दावे आने लगे, हम उन्हें पढ़ सुनकर सच मानने लगे व शेयर भी करने लगे, झूठे दावे सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हमारी अच्छी आदतें छूटती गई, हमने ऐसे दावों को सोशल मीडिया पर शेयर करके समाज को उजाड़ने का काम किया है, आज भी सोशल नेटवर्क पर सैंकड़ों ऐसे संदेश घूम रहे हैं जो इस महामारी को बल देकर समाज को बर्बाद कर रहें हैं, यह दूसरी लापरवाही हमारी खुद की है। अभी भी जाग जाओ, ऐसे संदेश समाज व सोशल नेटवर्क पर मत शेयर करो, जो स्तिथि को बिगाड़ रहे हैं। (और प्रशासन को भी चाहिए इसे गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई करे)  क्यूंकि एक तरफ कोरोना योद्धा अपनी जान जोखिम में डालकर हमारी सेवा में जुटे हुए हैं, हमें जागरूक करके हमारा जीवन बचा रहें दूसरी और कुछ लोग झूठे दावों पर विश्वास करके नियमों की धज्जियां उड़ाने के साथ साथ इन योद्धाओं से बहस कर रहें हैं, आज अगर कोरोना की दूसरी भयानक लहर में भी मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा ठीक इसलिए कि वेक्सिनेशन ने रोगप्रतिरधक क्षमता में इज़ाफ़ा किया है, वेसिनेशन को लेकर भी बहुत झूठी  अफ़वाहें फैलाई गई थी जिसके कारण आज भी बड़ी संख्या में पैंतालीस साल से ऊपर वाले लोगों ने टीका नहीं लगवाया, कृपा करके खुद को और परिवार को बचाने के लिए बेवजह घरों से बाहर ना निकलें, अगर मजबूरी में जाना पड़े तो नाक और मुंह पर मास्क आवश्यक होना चाहिए, हाथों को धोए बिना अपने आंख, नाक, मुंह को ना छुएं, किसी से मिलते वक्त उचित दूरी रखें, जब भी फेरी वाले या होम डिलीवरी वाले सब्जी, दूध या समान देने आएं तो उन्हें कोरोना से बचने के नियमों को अपनाने का कहें, एक बात और इन सभी से परिवार का एक ही व्यक्ति सतर्क होकर लेन देन करे।

"सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी" इस बात का ध्यान सड़क पर नहीं अब हर वक्त रखना होगा। आपका भविष्य मंगलमय हो यहीं मेरी कामना है।

लेखक पागल सुंदरपुरीया

9649617982

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